
नई दिल्ली
खगोलशास्त्रियों ने हमारी आकाशगंगा (Milky Way) में एक ऐसे रहस्यमयी पिंड की खोज की है, जो हर 44 मिनट पर दो मिनट तक रेडियो और एक्स-रे सिग्नल भेजता है। यह खोज वैज्ञानिकों को हैरान कर रही है क्योंकि अब तक ब्रह्मांड में ऐसी कोई घटना दर्ज नहीं हुई थी।
इस पिंड का नाम ASKAP J1832-0911 रखा गया है। यह पृथ्वी से लगभग 15,000 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित है। पहली बार इसे ऑस्ट्रेलिया की रेडियो वेधशाला ASKAP (Australian SKA Pathfinder) ने रिकॉर्ड किया। इसी दौरान संयोग से NASA की Chandra X-ray वेधशाला भी उसी क्षेत्र का अवलोकन कर रही थी, जिसने इसके एक्स-रे उत्सर्जन को भी दर्ज किया।
विशेषज्ञों के अनुसार यह घटना किसी लॉन्ग-पीरियड ट्रांजिएंट (Long-Period Transient, LPT) की श्रेणी में आती है। यह पहला अवसर है जब किसी LPT से रेडियो और एक्स-रे दोनों सिग्नल एक साथ मिले हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह या तो एक मैग्नेटार (अत्यधिक चुंबकीय न्यूट्रॉन स्टार) हो सकता है, या फिर एक विशेष बाइनरी सिस्टम, जिसमें कोई चुंबकीय श्वेत बौना (white dwarf) शामिल हो।
फिलहाल वैज्ञानिक इस रहस्य को समझने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह खोज हमें ब्रह्मांड के बारे में नई और अप्रत्याशित जानकारियाँ दे सकती है।
स्रोत: Times of India, AP News, Scientific American