■ हर विद्यार्थी का लक्ष्य नशामुक्त भारत : भारतेंदु

● पालघर
सुंदरम सेंट्रल स्कूल में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा “नशामुक्त भारत” विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कई भाई-बहनों ने अत्यंत प्रभावशाली ढंग से किया, जिसने उपस्थित विद्यार्थियों, अभिभावकों और दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा।
कार्यक्रम में नशे के दुष्परिणामों को दर्शाने वाली एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्देश्य युवाओं एवं समाज को नशे से दूरी बनाने के लिए प्रेरित करना था। आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन लगभग 5500 बच्चे (14–18 वर्ष आयु वर्ग) नशे की शुरुआत कर लेते हैं। भारत में हर 8 सेकेंड में एक व्यक्ति की मृत्यु तंबाकू सेवन से होती है और प्रतिवर्ष करीब 13.5 लाख लोगों की जान केवल तंबाकू के कारण जाती है। धूम्रपान 90% कैंसर मामलों का प्रमुख कारण माना जाता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए व्यापक जनजागरूकता की आवश्यकता स्पष्ट महसूस की जाती है।
स्कूल ट्रस्टी राममणि त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे जनकल्याणकारी अभियान समय की मांग हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य हेतु समय-समय पर उपयोगी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। प्रधानाचार्य अजी वर्गिस ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और आयोजन की सराहना की।

योग एवं संगीत निदेशक योगीराज श्री भारत भूषण भारतेंदु ने कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि हाल ही में माउंट आबू में ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय प्रवास के दौरान यह घोषणा हुई कि संयुक्त राष्ट्र (UNO) ने 21 दिसंबर को ‘विश्व ध्यान दिवस’ घोषित किया है। इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी–ट्रांसपोर्ट विंग तथा श्री हरि नारायण सेवा संस्थान, मुंबई के सहयोग से मुंबई में एक भव्य अंतरराष्ट्रीय ध्यान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इस आयोजन में योगीराज भारत भूषण भारतेंदु एक विशेष आध्यात्मिक संदेश प्रस्तुत करेंगे। वे आंखों पर पट्टी बांधकर चलते वाहन में स्टीयरिंग छोड़कर मेडिटेशन का प्रदर्शन करेंगे। संदेश यह कि यदि मनुष्य प्रतिदिन थोड़ा समय ध्यान को देता है तो वह निश्चिंत, निर्भीक और स्वस्थ जीवन जी सकता है। इस विश्वस्तरीय कार्यक्रम में केंद्रीय तथा प्रदेशीय मंत्रीगण भी उपस्थित रहेंगे।
