
मुंबई।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। करमाला की एसडीपीओ अंजना कृष्णा खनन की शिकायत पर कार्रवाई कर रही थीं, तभी अजित पवार ने फोन कर कार्रवाई रोकने को कहा। लेकिन अंजना ने सीधे सवाल दाग दिया, आप डिप्टी सीएम हैं, इसका सबूत क्या है? यह जवाब सुनकर पवार नाराज हो गए।
वीडियो वायरल होने के बाद एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी ने आईपीएस अंजना के शैक्षिक और जाति प्रमाण पत्र की मांग कर डाली। इससे विवाद और गहराया। विपक्षी नेताओं सुप्रिया सुले और यशोमति ठाकुर ने इस बयान की कड़ी आलोचना की।

दबाव बढ़ते ही अमोल मिटकरी ने एक्स पर अपनी पोस्ट डिलीट कर माफी मांगते हुए सफाई दी कि यह उनकी निजी राय थी, पार्टी की नहीं। उन्होंने लिखा, ‘मैं पुलिस फोर्स और ईमानदार अधिकारियों का सम्मान करता हूं। सोलापुर मामले से जुड़ी पोस्ट हटाते हुए माफी मांगता हूं।’
